Kashish Singh

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“हिजाब”

“हिला रहा है कौन आज बुनियादें बुलंदतर घरों को सोंचना होगा शरीफ मछलियाँ डरी डरी सी क्युं है, सभी समंदरों…

अरे अभागे ! प्रेम करके तो देख !

हिजाब पहना तो मारेंगे जींस पहना तो मारेंगे बुर्का पहना तो मारेंगे टाँगें दिखाई तो मारेंगे घूँघट हटाया तो मारेंगे…

The Big Fat Indian Wedding

From a young age, women all over the world are embedded with the idea that true happiness for them, and…

एक नन्ही परी

हमारे घर आई थी एक नन्हीं परी सारे आंगन में जैसे खुशियां थी सजी। जाने कितने अरसे बाद थी देखी…

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